अक्रोशित लोगों को शांत करने खानापूर्ति,
व्यवस्था को कब दुरुस्त करेगा आबकारी विभाग केवल सेल्समैन को हटाने से नही होगा समस्या हल।
संजय सेन रायपुर,
तिल्दा-नेवरा। क्षेत्र की शराब दुकानों में ओवर रेट के चलते शराब प्रेमियों को जेब ढीली करनी पड़ रही है। वहीं शराब की अवैध बिक्री से क्षेत्र में आक्रोश है। इस सबके बावजूद आबकारी विभाग की कार्यशैली सवाल खड़े करती है। पुलिस निजात अभियान में लगातार अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई कर आबकारी विभाग को आइना दिखा रही है। इस बीच अवैध शराब के खिलाफ मामला भड़का तो आनन फानन में आबकारी अधिकारी ने कायर्वाही की।
दरअसल नेवरा में हो रहे अवैध शराब बिक्री के खिलाफ लोगों के आक्रोशित होने पर खानापूर्ति के लिए आबकारी अधिकारी डीके प्रजापति ने देर रात दो सेल्समैन पर कार्यवाही की। संतलाल पात्रे पिता कृष्ण कुमार पात्रे (25 वर्ष) ग्राम बहेरा एवं हेमंत कुमार कोशले पिता गौरीशंकर कोशले ( 38 वर्ष) केके खिलाफ छग आबकारी अधिनियम 39 ग के तहत कार्यवाही की गई।
बता दें कि तिल्दा क्षेत्र में पांच शराब की दुकानें है इनमें ससहोली, नेवरा , टंडवा, हिरमी व खरोरा शामिल है। यहां देशी और विदेशी शराब बिक्री होती है।
प्रत्येक आबकारी विभाग के कर्मी को प्रतिमाह मानदेय भी दिया जाता है। उसके बावजूद लाखों रुपए प्रतिमाह अवैध राशि प्रत्येक शराब दुकानों में एकत्र की जाती है। इसमें ओवर रेट में बिक्री और कोचिया से लिया जाने वाला राशि है। यह राशि इतना होता है की प्रत्येक कर्मी आपने मानदेय से चार गुना अधिक राशि एकत्र कर लेते हैं और आबकारी विभाग के अधिकारी के अनुसार यह राशि अलग हिस्से में वितरण किया जाता है।
अवैध शराब के खिलाफ सरकार कर रही प्रयास
एक तरफ शराब बिक्री को कम करने लिए भाजपा सरकार द्वारा शराब की दुकानें प्रति वर्ष कम की जा रही है और शराब दुकान की पहुंच ग्रामीणों से दूर भी होती जा रही है। इस तरह हुए गैप को शराब कोचिया द्वारा भरा जाता है। मौखिक रूप से आबकारी अधिकारी द्वारा संरक्षण भी दिया जाता है।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों में नाराजगी
मामले में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि ने आबकारी विभाग के इस तरह के शैली पर नराजगी वक्त की है। लाखों रुपए प्रतिमाह बंदरबाट करके अवैध शराब बिक्री को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है। सवाल है कि आखिर आबकारी विभाग ऐसा क्यों कर रहा है?
ऑपरेशन निजात में सामने आ रहे मामले
ऑपरेशन निजात के तहत पुलिस विभाग द्वारा लगातार अवैध शराब बिक्री करने वाले शराब कोचिओ पर कार्रवाई की जा रही है। इसकी ग्रामीण तारीफ करते हैं। पुलिस विभाग की कार्रवाई आबकारी विभाग को दर्पण दिखाने का कार्य करती है।
आबकारी अधिकारी ने कहा
आबकारी अधिकारी डीके प्रजापति ने कहा कि एक दुकान में 100 से 150 पेटी के आसपास शराब बिक्री होती है। जिनके खिलाफ कार्रवाई होती वह कभी भी किसी भी शराब दुकान में काम नहीं कर सकता है।