स्वर्ण प्राशन का उद्देश्य सिर्फ बच्चों की बिमारियों का ईलाज करना ही नहीं बल्कि उनके स्वास्थ्य की गुणवत्ता को बढ़ाना और उन्हें बीमार होने से बचाना भी है।
भुनेश्वर सारथी खरोरा,
रायपुर। आज 30 अगस्त को शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, रायपुर में बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया जाएगा। यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और मानसिक विकास में सहायक है।
स्वर्ण प्राशन प्रत्येक माह के पुष्य नक्षत्र तिथि में 0 से 16 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पिलाई जाने वाली औषधि है।
स्वर्ण प्राशन का लाभ :
• बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
• बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने में अत्यन्त लाभकारी है।
• बच्चों के सम्पूर्ण शारीरिक एवं मानसिक विकास में मदद करता है।
• बच्चों की एकाग्रता को बढ़ाता है।
• बच्चों की श्वसन संबंधी एवं अन्य रोगों से रक्षा करता है।
स्वर्ण प्राशन का उद्देश्य सिर्फ बच्चों की बिमारियों का ईलाज करना ही नहीं बल्कि उनके स्वास्थ्य की गुणवत्ता को बढ़ाना और उन्हें बीमार होने से बचाना भी है।