तिल्दा ब्रह्माकुमारीज सेंटर में राष्ट्रीय किसान दिवस पर किया गया किसानों का सम्मानl

Date: 2024-12-24

भुनेश्वर सारथी। कार्यक्रम में शाश्वत योगिक खेती को अपनाने वाले किसानों के अनुभवों और इस पर कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए शोध के वीडियो भी दिखाए गए।

news-banner

तिल्दा। राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर आज तिल्दा स्थित ब्रह्माकुमारीज केंद्र में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री के.एन. रस्तोगी, सेवानिवृत्त सिंचाई विभाग अधिकारी श्री जी.पी. धुरंधर और ब्रह्माकुमारीज तिल्दा की मुख्य संचालिका बीके प्रियंका बहन ने की।

कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत नृत्य से हुई, जिसे खुशी ने प्रस्तुत किया। इसके बाद अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

श्री के.एन. रस्तोगी ने किसानों के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य में फसलों की सही प्रकार से खेती करने के उपायों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग से हो रहे मिट्टी के नुकसान के बारे में भी बताया।

बीके प्रियंका बहन ने किसानों के योगदान को देश निर्माण और अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर को किसान दिवस भारत के पाँचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो स्वयं किसान परिवार से थे और उन्होंने किसानों के हित में कई सुधार किए।

उन्होंने हरित क्रांति और श्वेत क्रांति में किसानों की भूमिका को सराहा और कहा कि वे देश के "अन्नदाता" हैं। उन्होंने 'जय जवान, जय किसान' नारे के महत्व को भी समझाया। बीके प्रियंका ने विचारों और उनके प्रकृति व फसलों पर प्रभाव के महत्व पर चर्चा की और ब्रह्माकुमारीज द्वारा शुरू की गई 'शाश्वत योगिक खेती' पहल के बारे में बताया।

कार्यक्रम में शाश्वत योगिक खेती को अपनाने वाले किसानों के अनुभवों और इस पर कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए शोध के वीडियो भी दिखाए गए।

श्री जी.पी. धुरंधर ने जैविक और शाश्वत योगिक खेती के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने खेती को अच्छे कर्मों से जोड़ा और समझाया कि जैसे अच्छे बीज अच्छे फसल देते हैं, वैसे ही अच्छे कर्म अच्छे भाग्य का निर्माण करते हैं।

इसके बाद, तिल्दा के प्रसिद्ध समाजसेवी श्री जय नारायण अग्रवाल और अतिथि श्री जी.पी. धुरंधर द्वारा 65 किसानों और कृषि से जुड़े पेशेवरों को मंच पर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में कुल 120 लोग उपस्थित थे।

कार्यक्रम की भव्यता और सफलता ने सभी को प्रभावित किया। उपस्थित किसानों और अन्य लोगों ने इस प्रकार के कार्यक्रमों को बार-बार आयोजित करने की मांग की।

कार्यक्रम का समापन अतिथियों के आभार प्रदर्शन के साथ हुआ।

Share It On:

Leave Your Comments